कोरोना पेशेंट्स के लिए ऐसी हो रिकवरी डाइट

कोरोना से संक्रमित मरीज को ट्रीटमेंट के दौरान आइसोलेशन या क्वारंटाइन में रहना पड़ता है। कमजोर इम्यूनिटी वाले मरीजों को ठीक होने के बाद पुनः संक्रमित होने या स्वास्थ्य संबंधी अन्य समस्याओं का सामना करने की आशंका बनी रहती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार कोरोना वायरस, मरीज के इम्यून सिस्टम पर अटैक कर, उसे कमजोर कर देता है। इम्यूनिटी खराब होने से कई दूसरी संक्रामक बीमरियां होने और दिल, फेफड़े, पैनक्रिएज, दिमाग जैसे शरीर के अन्य अंगों को नुकसान पहुंचने की आशंका बढ़ जाती है। रिकवर या कोरोना नेगेटिव होने के बाद मरीज को घबराहट, एंग्जाइटी, सांस लेने में तकलीफ, भूख न लगना, कमजोरी जैसी पोस्ट कोविड प्रॉब्लम्स का भी सामना करना पड़ता है। लिहाजा कोविड-19 से संक्रमित और उबरने वाले व्यक्ति के लिए सबसे जरूरी है-पौष्टिक तत्वों से भरपूर रिकवरी डाइट। ऐसे पेशेंट्स को रिकवरी डाइट में घर में बना, अच्छी तरह पका, ताजा और गर्म खाना दिया जाना चाहिए।

इम्यूनिटी बूस्टर हो डाइट

पेशेंट के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए उसकी डाइट में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स जैसे माइक्रोन्यूट्रीएंट्स, फाइबर्स, प्रो-बॉयोटिक्स शामिल करने चाहिए। रिसर्च से साबित हुआ है कि ये तत्व हमारे शरीर के मेटाबॉलिक सिस्टम में बदलाव को रोकने में सहायक हैं। कोरोना मरीज को रोजाना तकरीबन दो हजार कैलोरीयुक्त पौष्टिक आहार देना चाहिए। यह शरीर को एनर्जी प्रदान कर संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। डाइट में साबुत अनाज, आलू, गुड़, भुने चने, स्प्राउट्स जैसे हेल्दी कार्बोहाइड्रेट शामिल करना बेहतर है। उनकी डाइट में फाइबर से भरपूर फल-सब्जियां भी भरपूर मात्रा में हों।

प्रोटीन को करें शामिल

ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस (एनएचएस) के अनुसार, कोविड-19 संक्रमण से उबरने और जल्दी रिकवर होने के लिए प्रोटीन जैसे बिल्डिंग ब्लॉक पोषक तत्व की भी जरूरत होती है। इससे पेशेंट को न केवल एनर्जी मिलती है, बल्कि इम्यून सिस्टम को मजबूती भी मिलती है। प्रोटीन से भरपूर डाइट कोरोना संक्रमण के दौरान शरीर के क्षतिग्रस्त सेल्स को रिपेयर करने और शरीर को एनर्जी प्रदान करने में मदद करती है। दालें, फलियां, मूंगफली, दूध और दूध से बने पदार्थ, सोयाबीन, अंडे, मछली, चिकन आदि प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। दिन में दो बार (नाश्ते में और रात को सोने से पहले) दूध में चुटकी भर हल्दी और काली मिर्च डाल कर दें। कच्ची हल्दी को घिस कर बने पावडर को दूध में डालना ज्यादा फायदेमंद है। चुटकी भर जायफल का पावडर डालकर दूध पीने से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है।

विटामिन-मिनरल्स हैं इंपॉर्टेंट

आईसीएमआर की हाल में हुई एक रिसर्च के अनुसार कोरोना मरीजों में अकसर विटामिन और मिनरल्स की कमी पाई जाती है। इसकी वजह से उनका रिकवरी रेट काफी कम हो जाता है या पोस्ट-रिकवरी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। इसलिए उन्हें विटामिन और मिनरल्स से भरपूर डाइट दी जानी चाहिए। विटामिन(बी, ई, डी), मिनरल्स (जिंक, मैगनीशियम, कॉपर, सिल्वर, सेलेनियम) और माइक्रोन्यूट्रीएंट्स (पॉलीथेनॉल, कैरोटोनॉयड्स) जैसे तत्व इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। इनके लिए डाइट में रंग-बिरंगी मौसमी फल-सब्जियों, ड्राई फ्रूट्स को शामिल करें। बादाम, अखरोट, काजू जैसे ड्राई फ्रूट्स ज्यादा खाने चाहिए। पूरे दिन में अलग-अलग रंग के 3-4 तरह की सब्जियां और 2-3 तरह के फल जरूर लें। ये सब्जियां पकाकर, सलाद, सूप, रोस्टेड, भुनी हुई किसी भी रूप में खा सकते हैं। जूस के बजाय फल खाने को दें ताकि इनमें मौजूद फाइबर की आपूर्ति भी हो सके। इसके अलावा प्रो-बॉयोटिक्स लेने से पैथोजेनिक बैक्टीरिया की ग्रोथ कम हो जाती है, जिससे इन्फ्लेमेशन, पेट और फेफड़ों के रोग ठीक होने में सहायता मिलती है। यह हमारी अपर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन को कम करने में सहायक है। इसलिए दही खाने को जरूर दें, क्योंकि इसमें मौजूद लैक्टोबेसेलस जीवाणु, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं। पनीर या खमीर वाले फूड आइटम्स भी दे सकते हैं। रिसर्च से यह भी साबित हुआ है कि कोरोना मरीजों और उससे उबर चुके लोगों की डाइट में विटामिन सी और डी प्रचुर मात्रा में होना लाभकारी है। ये विटामिन इम्यूनो-मॉड्यूलेशन और कोविड से होने वाली मृत्यु दर को कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं। विटामिन सी, कोरोना संक्रमण को कम करने में मदद करता है। इसके लिए विटामिन सी से भरपूर फल-सब्जियां, सिट्रस या खट्टे फल, बेल, लाल-पीली शिमला मिर्च, ब्रोकली, टमाटर ले सकते है। विटामिन डी के लिए रोजाना 15-20 मिनट की धूप लेना लाभकारी है। इसके अलावा साल्मन या ट्यूना मछली, अंडा, मशरूम, साबुत अनाज, दूध और दूध से बने पदार्थ, घी जैसे फोर्टीफाइड फूड विटामिन डी के अच्छे स्रोत हैं।

मरीजों की पोस्ट-रिकवरी डाइट, जिंक और सेलेनियम रिच भी होनी चाहिए। रेस्पिरेटरी समस्याओं से ग्रसित मरीजों के लिए ओमेगा 3 रिच डाइट फायदेमंद है। पंपकिन सीड्स, फ्लैक्स सीड्स, दही, राजमा, दलिया, स्प्राउट्स जैसे खाद्य पदार्थ जिंक के अच्छे स्रोत हैं। सेलेनियम के लिए ब्राजील नट्स, ट्यूना मछली, चीज, ब्राउन राइस उन्हें देना बेहतर है।

ना हो पानी की कमी

कोरोना संक्रमण से शरीर में पानी की कमी होना स्वाभाविक है, जिसकी भरपाई के लिए मरीज को अपनी डाइट में ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ शामिल करने चाहिए। यथासंभव गुनगुना पानी दें। गर्म या गुनगुना पानी शरीर से विषैले पदार्थों को पसीने और यूरीन के जरिए बाहर निकालकर इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है। 2-3 लीटर पानी के अलावा सूप, शोरबा, हर्बल टी, काढ़ा ले सकते हैं। सुबह खाली पेट नीबू पानी पीना फायदेमंद है। इससे विटामिन सी की आपूर्ति भी होती है। डिटॉक्स वॉटर भी दे सकते हैं। पुदीना के पत्ते, नीबू, अदरक, तुलसी, पार्सले, दालचीनी, नारियल, खीरे, करेले, एलोवेरा, घिया, सौंफ का डिटॉक्स वॉटर, शरीर से फ्री-रेडिकल्स, विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और इम्यूनिटी बढ़ाता है।



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कोरोना पेशेंट्स के लिए ऐसी हो रिकवरी डाइट कोरोना पेशेंट्स के लिए ऐसी हो रिकवरी डाइट Reviewed by HealthTak on December 11, 2020 Rating: 5

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