Effect Of Kidney Donation: हम सभी जानते हैं कि इंसान की बॉडी में दो किडनी (Kidney) होती है। इसका काम खून को साफ करना और वेस्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालना होता है, क्योंकि इंसान के शरीर में 2 किडनी होती है, इसलिए किसी और इंसान की जान बचाने के लिए लोग अपनी एक किडनी डोनेट कर देते हैं। हालांकि, इस डोनेशन का आपके शरीर पर कैसा प्रभाव होता है, यह जानना आपके लिए बहुत जरूरी होता है। ऐसे में आज के इस आर्टिकल में हम आपको किडनी डोनेशन (Kidney Donation) से जुड़े नियम, सावधानियां और सभी अहम बातें बताएंगे।
क्या एक किडनी जिंदगीभर के लिए काफी
आपको ये बात जानकर हैरानी होगी, लेकिन इंसान एक किडनी के सहारे भी स्वस्थ जिंदगी बिता सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो जब कोई व्यक्ति अपनी एक किडनी डोनेट (Kidney Donation) करता है, तो उसके शरीर में कोई खास बदलाव नहीं आते हैं। एक किडनी में हमारी बॉडी नॉर्मल से ज्यादा बेहतर काम करती है। डॉक्टर बताते हैं कि कुछ लोगों में जन्म लेने के बाद से ही एक ही किडनी काम करती है और वे आसानी से बिना किसी परेशानी के अपनी जिंदगी जीते हैं। एक किडनी आपके खून को साफ करने और वेस्ट पदार्थों को बहार निकालने में सक्षम होती है। मेटाबॉलिज्म (Metabolism) को रेगुलेट करने के लिए बॉडी में अनिवार्य रूप से 2 किडनी की आवश्यकता नहीं होती है।
किसी को भी डोनेट की जा सकती है किडनी
जब कोई इंसान किडनी डोनेट करता है, तो उसे एक पूरी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। किडनी रिमूवल सर्जरी के लिए लेप्रोस्कोपिक तकनीक (Laparoscopic Technique) का इस्तेमाल किया जाता है। इससे ब्लीडिंग और इंफेक्शन का रिस्क काफी हद तक घट जाता है, किडनी (Kidney) डोनेशन के बाद डोनर एक से तीन महीने में ठीक हो पाता है। हालांकि, उसे अस्पताल में ज्यादा दिन एडमिट नहीं रहना पड़ता है। ऐसे में डॉक्टर भी इंसान को घर पर रहकर आराम करने की सलाह देते हैं। डोनेशन के बाद शरीर में जो एक किडनी बचती है, उसका फंक्शन पहले से ज्यादा बढ़ जाता है और वह तेजी से काम करती है। हालांकि, किडनी डोनेट करने के बाद इंसान को साल में एक बार अपनी जांच जरूर करवानी चाहिए। जानकारी के लिए बता दें कि किडनी शरीर का एक ऐसा ऑर्गन है, जिसके ट्रांसप्लांट और डोनेशन के लिए बायोलॉजिकल संबंध होना जरूरी नहीं होता है। किडनी डोनेशन के लिए बस डोनेट करने वाले व्यक्ति का स्वास्थ्य अच्छा होना चाहिए।
किडनी डोनेट करने के बाद क्या आती हैं दिक्कतें
विशेषज्ञों की मानें, तो किडनी डोनेट करने वाले स्वस्थ व्यक्ति को डोनेट करने में किसी भी तरह की कोई दिक्कत नहीं आती है। 30 से 40 साल की उम्र में किडनी डोनेट करने वाला व्यक्ति अगर बिल्कुल स्वस्थ है, तो आने वाले 20 से 25 साल उसे कोई समस्या नहीं होगी। वहीं, अगर किडनी डोनेट करने की सही उम्र को लेकर बात करें, तो एडल्ट एज इस काम के लिए सबसे परफेक्ट होती है। बता दें कि पहले ज्यादा उम्र (60 से 65 साल) के लोगों की किडनी को नहीं लिया जाता था, लेकिन अब डोनर्स की कमी की वजह से इस उम्र में भी लोग किडनी डोनेट कर सकते हैं। हालांकि, उन्हें फुल बॉडी चेकअप की प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है।
किडनी डोनेशन है कितना सेफ
किडनी डोनेशन की प्रक्रिया को काफी सेफ माना जाता है। हालांकि, डोनेट करने वाले व्यक्ति को बॉडी चेकअप करवाना पड़ता है, जिससे लोगों की जान को कोई खतरा ना हो। इसके बावजूद आपको किडनी डोनेट करने के बाद कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
- किडनी डोनेट करने के डेढ़ महीने बाद तक भूलकर भी वजन वाली चीजें उठाने से बचें।
- इस दौरान हैवी एक्सरसाइज और स्पोर्ट्स एक्टिविटीज में हिस्सा लेने से बचना चाहिए।
- किडनी डोनेट करने वाले व्यक्ति को अपनी डाइट और लाइफस्टाइल का खास ख्याल रखना चाहिए।
- इसके साथ किडनी डोनर को शराब, कैफीन और हाई प्रोटीन फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए।
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