बीस वर्षीय आकाश बीए फाइनल में है। तकरीबन 10-11 महीने पहले तक आकाश का वजन 94 किलो था। स्कूल के दिनों से ही आकाश अपने मोटापे से बेहद परेशान रहा। इससे परेशान होकर आकाश ने निश्चय किया कि स्लिम होने के लिए वह हर संभव प्रयास करेगा। तकरीबन 8 महीने की कड़ी मेहनत के बाद आकाश का वजन महज 61 किलो रह गया। लेकिन आकाश की समस्या यहां खत्म नहीं हुई; क्योंकि वजन कम होने के बाद आकाश अपने चेहरे की चमक पूरी तरह खो चुका था। इस कारण उसके दोस्तों को लगता है कि आकाश की तबियत खराब है। आकाश अकेला इस समस्या से ग्रस्त नहीं है। ऐसे कई युवा हैं, जो कुछ महीने पहले तक मोटे थे; लेकिन पतला होने के जुनून ने उन्हें कमजोर बनाकर रख दिया। दरअसल, अपने बढ़ते वजन को देखते हुए हम अकसर यह भूल जाते हैं कि हमारा मकसद क्या है, पतला होना या आकर्षक दिखना? हमें कुछ भी शुरू करने से पहले यह पता होना चाहिए कि हम यह क्यों कर रहे हैं? स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि आकर्षक दिखने के लिए न सिर्फ मोटे लोगों को बल्कि सभी को अपनी जीवनशैली, एक्सरसाइज और डाइट में कुछ परिवर्तन करने चाहिए।
समझें अपनी शारीरिक संरचना
इसमें कोई दो राय नहीं है कि सबका शारीरिक गठन अलग- अलग होता है। सबका शरीर अलग-अलग तरीके से काम करता है। इसलिए जरूरी नहीं कि जो नियम एक पर लागू हो, वही नियम दूसरे पर भी कारगर साबित होगा। यही वजह है, शरीर को मूल रूप में तीन प्रकार में विभाजित किया गया है। एक्टोमोर्फ्स, एंडोमोर्फ्स और मेसोमोर्फ्स। एक्टोमोर्फ्स उन लोगों को कहा जाता है, जिनका मेटाबॉलिज्म बहुत अच्छा होता है। इतना ही नहीं यह बेहद आकर्षक और प्रभावशाली भी दिखते हैं। एंडोमोर्फ्स उनके लिए इस्तेमाल किया जाता है, जिनका वजन आसानी से बढ़ जाता है और मेसोमोर्फ्स वे होते हैं, जिनके मसल्स आसानी से बढ़ जाते हैं। कुल मिलाकर बात यह है कि हमें सबसे पहले यह जानना चाहिए कि हमारा शरीर किस किस्म का है और फिट रहने के कौन-सा तरीका हमारे लिए कारगर साबित हो सकता है।
हानिकारक है भूखे रहना
आमतौर पर देखा जाता है कि पतले होने के लिए लोग अकसर भूखे रहते हैं, जबकि शारीरिक जरुरतों को पूरा करना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि शरीर को पूरा आराम और पर्याप्त भोजन की जरूरत होती है। आज की इस दौड़ती-भागती जीवनशैली में ज्यादातर लोग नाश्ता करना ही भूल जाते हैं या फिर आनन-फानन में कम नाश्ता लेते हैं। नतीजतन स्वास्थ्य धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है। इतना ही नहीं हमारे शरीर की चमक भी खत्म होने की कगार पर पहुंच जाता ही है। स्वास्थ्य विशेष डॉ. विजय रस्तोगी कहते हैं, 'हमें प्रतिदिन कम से कम 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए ताकि सोते वक्त हमारे हारमोंस अपना काम कर सकें।'
एक्सपर्ट से लें सलाह
इस बारे में डॉ. रस्तोगी यह भी कहते हैं कि आजकल कई युवा 6 पैक्स एब्स को फिट होने के नजरिए से देखते हैं, जबकि यह कतई सही नहीं है। 6 पैक्स एब आकर्षक दिखने का जरिया भर है, यह जरूरी नहीं है कि हर किसी के स्वास्थ्य के लिए 6 पैक्स ट्रिक अच्छी साबित हो। इसलिए 6 पैक्स एब्स बनाने के लिए एक्सपर्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए। लब्बोलुआब यह कि आकर्षक दिखने के लिए न ही पतला होना जरुरी है और न ही 6 पैक्स एब्स बनाना। जरूरी यह है कि हम फिट रहें। अपने स्वास्थ्य के लिए तमाम वे कोशिशें करें, जो हमें आकर्षक बनाती हैं। अपनी जीवनशैली बदलें और अपने डाइट प्लान को बदलें और उसमें स्वास्थ्यवर्धक आहार शामिल करें विशेषकर उन आहारों को जिनमें प्रोटीन, मिनरल्स आदि मौजूद हों। दरअसल हमें वही खाना चाहिए, जो हमारे शरीर की जरूरत हो। हरी पत्तेदार सब्जियां, चिकन, अंडा, आदि स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं। इसके अलावा ओलिव ऑयल फैट घटाने में मदद करता है।
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