Hypertension: टीनएजर्स में बढ़ रहा हाई बीपी का खतरा, जानें वजह और लक्षण

युवा क्यों हो रहे हाई बीपी की समस्या का शिकार।

युवा क्यों हो रहे हाई बीपी की समस्या का शिकार।

World Hypertension Day 2023: आजकल के समय में हाइपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) की समस्या बहुत ही आम हो गई है। हर दूसरे घर में एक ऐसा व्यक्ति जरूर होता है, जो इस बीमारी का शिकार है। ऐसे में हर साल दुनिया भर में हाइपरटेंशन को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। इस दिन को सेलिब्रेट करने का लक्ष्य हाई ब्लड प्रेशर की रोकथाम, डिटेक्शन, कारण और नियंत्रण के बारे में जागरूकता फैलाना है। बात दें कि कई लोग हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को हल्के में लेकर इसे नजरअंदाज करने लगते हैं। ऐसे में कई तरह की सेहत से संबंधित समस्याओं जैसे हृदय रोग, स्ट्रोक, थायरॉएड आदि का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है।

जानिये हाई बीपी की समस्या कब लेती है गंभीर रूप

बता दें कि हर साल हाइपरटेंशन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक खास थीम रखी जाती है। इस वर्ष की थीम है ‘मेज़र योर ब्लड प्रेशर एक्युरेटली, कंट्रोल इट, लिव लॉन्गर’ है। अगर भारत की बात करें, तो देश में हाई बीपी के हर साल लाखों मामले सामने आते हैं। जब व्यक्ति का ब्लड प्रेशर 140/90 से ऊपर होता है, तो इसे हाई ब्लड प्रेशर कहते हैं, लेकिन अगर यह आंकड़ा 180/90 या इससे ज्यादा हो जाए, तो यह बहुत गंभीर रूप ले लेता है। आमतौर पर हाई ब्लड प्रेशर की समस्या के कोई लक्षण नहीं होते, लेकिन इससे कई गंभीर स्थितियों का खतरा बढ़ सकता है।

हाई बीपी एक साइलेंट किलर 

विशेषज्ञों का कहना है कि आजकल साइलेंट किलर के रूप में हाइपरटेंशन (Hypertension) मौत का मुख्य कारण बनता जा रहा है। दुनिया भर में इस समय लगभग 128 करोड़ लोग हाई बीपी की समस्या से जूझ रहे हैं, जिनमें से आठ करोड़ से ज्यादा लोग अकेले भारत में ही हैं। हाई बीपी के कारण भले ही किसी व्यक्ति की जान को खतरा न हो, लेकिन इससे होने वाले हृदय रोग व स्ट्रोक जैसी बीमारियों के कारण लोग अपनी जान गंवा रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि टीनएजर्स का इस रोग का शिकार होना सबसे चिंताजनक बात है। इस समय भारत में लगभग 7.6 परसेंट किशोर हाई बीपी की समस्या से परेशान हैं। टीनएज में इस रोग के लक्षण दिखाई ना देने के कारण, युवाओं में इसका इलाज करना और भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में बीमारी का पता चलने से पहले ही शरीर के कई अंगों को काफी नुकसान पहुंच जाता है।

टीनएजर्स में हाई बीपी का इलाज

अगर किशोरावस्था में ही बीमारी का पता चल जाए, तो न केवल इससे होने वाले नुकसान से शरीर का बचाव हो सकता है, बल्कि आहार में बदलाव से रोग का इलाज संभव है। किशोरों को हाई बीपी से बचाने के लिए आवश्यक है कि बाल रोग विभागों में ब्लड प्रेशर की जांच अनिवार्य की जाए। किशोरावस्था में स्क्रीनिंग होने से हाई बीपी और इसके परिणाम स्वरूप होने वाले रोगों से बचाव किया जा सकता है। वहीं, अगर हाई बीपी के मुख्य कारणों की बात करें, तो जंक फूड का सेवन, एक्सरसाइज ना करना, तनाव, चिंता, अवसाद जैसी मेंटल प्रॉब्लम का लगातार बने रहना मुख्य कारण हैं। हाइपरटेंशन से बचाव और इलाज के लिए जरूरी है कि हम अपने लाइफस्टाइल में जरूरी बदलाव करें। 

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Hypertension: टीनएजर्स में बढ़ रहा हाई बीपी का खतरा, जानें वजह और लक्षण Hypertension: टीनएजर्स में बढ़ रहा हाई बीपी का खतरा, जानें वजह और लक्षण Reviewed by HealthTak on May 17, 2023 Rating: 5

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