Reduce Acidity: एसिडिटी एक ऐसी मेडिकल स्थिति है, जो पेट में अधिक मात्रा में एसिड बनने की वजह से होती है। यह एसिड पेट की ग्रंथियों के सहारे निर्मित होता है। एसिडिटी के कारण (Causes of Acidity) पेट में अल्सर, गैस्ट्रिक सूजन, हार्ट बर्न और अपच जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। यह सामान्य तौर पर अनियमित खाने के पैटर्न, कम शारीरिक गतिविधि, शराब का सेवन, धूम्रपान करना, तनाव और खाने की खराब आदतों जैसे कई कारकों के कारण होता है। अधिक मांस, मसालेदार और ऑयली फूड खाने से भी एसिडिटी होने का खतरा बढ़ जाता है। अनहेल्दी फूड, गलत जीवनशैली, तनाव के वजह से डाइजेस्टिव सिस्टम (Effect on Digestive System) पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ता है। जिसकी वजह से लोगों में अक्सर एसिडिटी और सीने में जलन की समस्या होती है।
शरीर में एसिड बढ़ने पर होने वाले प्रभाव
शरीर में एसिड पीएच बैलेंस को मैंटेन करने का भी काम करता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा किडनी में एसिड की बढ़ोत्तरी कर देती है और एसिडिटी होने लगती है। जिसके परिणामस्वरूप अल्सर, आंतों में छाले और सूजन हो जाती है। इसके अतिरिक्त गाउट, गठिया और आर्थराइटिस जैसी परेशानियां हो जाती हैं।
अल्सर का बॉडी पर प्रभाव
जब एसिडिटी की समस्या अल्सर का रूप ले लेती है, तो इंसान कुछ भी खाने में असमर्थ महसूस करता है। इसके पीछे का कारण यह है कि आहारनली से लेकर आंतों तक तेज जलन और दर्द महसूस होना। वहीं, खाना स्किप करने के वजह से एसिडिटी और तेजी से बनती है। जो अल्सर को काफी दर्दनाक बना देती है। अल्सर होने पर कई बार खट्टी डकार आना, उल्टी होना और पेट में तेज दर्द होता है।
एसिडिटी को कम करने के तरीके
एसिडिटी से छुटकारा पाने के लिए लोग तरह-तरह के नुस्खे अपनाते हैं। सबसे पहले जरूरी है कि रोजाना बनने वाली एसिडिटी की समस्या को खत्म करने की कोशिश की जाए। इसके लिए लाइफस्टाइल और खानपान में ये खास बदलाव बहुत जरूरी हैं। आज हम आपको ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको अपनाने से आपको एसिडिटी की समस्या में काफी आराम (Relief from Acidity) मिलेगा।
एसिडिटी बढ़ाने वाले फूड्स को कहें बाय-बाय
अगर एसिडिटी की समस्या अल्सर के लक्षण पैदा करने लगी है, तो तुरंत एसिडिटी बढ़ाने वाले फूड्स का सेवन बंद कर दें। इन फूड्स में केवल स्पाइसी या तले-भुने ही नहीं, बल्कि जिन चीजों से एसिडिटी की समस्या उत्पन्न होती है, वे सभी शामिल हैं।
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थोड़ी मात्रा में खाएं
पेट में एसिडिटी न बने, इसके लिए हमेशा आप एक बार में कम मात्रा में भोजन करें। थोड़े-थोड़े समय अंतराल पर खाना खाएं। जिससे भोजन को पचाने में आसानी हो और लंबे समय तक पेट भरा रहे।
फिजिकल एक्टिविटी
कई लोगों में यह आदत देखी जाती है कि वे खाना खाने के तुरंत बाद लेट जाते हैं, जोकि बिल्कुल ही गलत है। ऐसा करने से उन्हें एसिडिटी की समस्या हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि वे थोड़ी देर वॉक या फिजिकल एक्टीविटी जरूर करें। ऐसा करने से उन्हें एसिडिटी की समस्या का सामना भी नहीं करना पड़ेगा।
स्ट्रेस को करें कम
अगर स्ट्रेस के कारण आपके खानपान में परेशानियां उत्पन्न हो रही हैं, तो आपके लिए बेहतर होगा कि आप अपने तनाव को कम करने की कोशिश करें। नियमित रूप से मेडिटेशन और योग करने से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है।
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