Ayushmann Khurrana Revealation About Vertigo: बॉलीवुड के टैलेंटेड एक्टर्स (Bollywood Actor) में से एक आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) बहुत ही जल्द अपनी अपकमिंग फिल्म 'एन एक्शन हीरो' के साथ बड़े पर्दे पर नजर आएंगे। इस फिल्म में आयुष्मान जबरदस्त एक्शन करते दिखाई देंगे। हालांकि कुछ साल पहले आयुष्मान को एक्शन सीन करते समय डर लगता था। हार्नेस केबल के इस्तेमाल के बावजूद आयुष्मान को लगता था कि वो अनहोनी का शिकार हो जाएंगे। अब लेकिन आयुष्मान ने इस बीमारी पर काबू पा लिया है। आयुष्मान जिस बीमारी से जूझ रहे थे, उसे वर्टिगो कहा जाता है। एक्टर ने एक इंटरव्यू में इस बीमारी से अपना अनुभव साझा किया।
मीडिया हाउस से बातचीत में आयुष्मान खुराना ने कहा कि मुझे छह साल पहले एक फिल्म् के लिए ऊंची इमारत से कूदना था। मुझे हार्नेस केवल से नीचे आना था, लेकिन सुरक्षा इंतजाम होने के बावजूद भी मुझे लगा कि कोई अनहोनी हो सकती है। जब तेज गति से नीचे जाने पर नर्वस महसूस हुआ। इसके बाद भी एक्शन के सीन करते समय मुझे हमेशा डर लगता। उन्होंने आगे कहा कि मैं 'वर्टिगो' नाम की इस बीमारी से उभर चुका हुूं। इसके ट्रीटमेंट में दवाइयां बहुत अहम होती हैं, क्योंकि जब आप उठते हैं तो आपका सिर चकराने लगता है। इसके अलावा, मेडिटेशन से उन्हें बहुत मदद मिली। उन्होंने बताया कि जब हमें एक ऊंची इमारत से कूदना होता है, तब हमे मेडिटेशन की बहुत जरूर पड़ती है। अगर आपका मन शांत हैं, तो इससे आपको बहुत मदद मिलती है।
जानिये वर्टिगो के बारे में
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बेनिग्न पैरॉक्सिज्मल पोजिशनल वर्टिगो (बीपीपीवी) वर्टिगो के सबसे सामान्य कारणों में से एक है। इसमें आपको अचानक सनसनी जैसा महसूस होने लगता है। वर्टिगो हल्के से तेज चक्कर आने का कारण बनता है और आमतौर पर आपके दिमाग की स्थिति में कुछ बदलावों को ट्रिगर करता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जब आप अपने सिर को ऊपर या नीचे झुकाते हैं, जब आप लेटते हैं, जब आप करवट बदलते हैं या बिस्तर पर बैठते हैं तो आपको दिमाग में सनसनी सी महसूस होने लगती है। इसके बाद चक्कर आने से गिरने की संभावना भी बढ़ जाती है, जो जानलेवा साबित हो सकता है।
जानिए वर्टिगो के संकेत और लक्षण
वर्टिगो के संकेतों और लक्षणों में शामिल हैं:
- चक्कर आना
- असंतुलन या अस्थिरता
- जी मिचलाना
- उल्टी
- दिमाग घूमना
- एक दिशा में खींचे जाने का एहसास
डॉक्टरों का कहना है कि वर्टिगो के लक्षण कुछ ही मिनटों में आते-जाते रहते हैं। आंखों की असामान्य मूवमेंट आमतौर पर पैरॉक्सिज्मल पोजिशनल वर्टिगो के लक्षणों के साथ होती है।
वर्टिगो के क्या कारण है?
1. कैल्शियम डिसलोकेशन: डॉक्टरों का कहना है कि वर्टिगो तब हो सकता है, जब कैल्शियम के छोटे कण अपने सामान्य स्थान से हट जाते हैं। इसके बाद वह आंतरिक कान में एकत्र हो जाते हैं।
2. मेनियार्स रोग: यह एक आंतरिक कान से संबंधित समस्या है, जो फ्लूइड के बनने और कान में बदलते दबाव के कारण होती है। इससे कान में चुभने वाली आवाज सुनाई देने लगती है और बाद में सुनने की क्षमता कम हो जाती है।
3. वेस्टिबुलर न्यूरिटिस: यह भी आंतरिक कान से संबंधित समस्या है, जो नसों के आसपास सूजन का कारण बनती है।
4. चोटें: डॉक्टरों का कहना है कि सिर या गर्दन पर कई तरह की चोटें, ब्रेन ट्यूमर या स्ट्रोक और कुछ दवाएं भी चक्कर का कारण बन सकती हैं।
वर्टिगो का इलाज कैसे करें
डॉक्टरों का कहना है कि वर्टिगो का उपचार इसके कारणों पर निर्भर करता है और कई मामलों में यह अपने आप ठीक भी हो जाता है। हालांकि, कुछ मामलों में मतली और मोशन सिकनेस जैसे लक्षणों से राहत के लिए दवा दी जा सकती है। अगर वर्टिगो संक्रमण या सूजन के कारण होता है, तो डॉक्टर सूजन को कम करने के लिए स्टेरॉयड लिखते हैं। कुछ मामलों में तो सर्जरी की भी जरूरत पड़ती है।
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