Disadvantages Of Milk Powder: आजकल मार्केट में पाउडर दूध (Powder Milk) की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि प्रकृति से प्राप्त चीजों में और इंसानों द्वारा बनाई गई चीजों में जमीन और आसमान का अंतर होता है। यही कारण है कि पाउडर मिल्क कभी भी नेचुरल दूध की कमी को पूरा नहीं कर सकता है। मिल्क पाउडर में लैक्टॉज नहीं होता, इस कारण शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी नहीं होती है। इसके विपरीत मिल्क पाउडर का सेवन करने से कई तरह की बीमारियां शरीर को घेर सकती हैं।
कई लोगों का मानना होता है कि मिल्क पाउडर भी सेहत के लिए उतना ही असरदार होता है, जितना नेचुरल दूध (Natural Milk) होता है। हालांकि ऐसा नहीं है, यह आपके शरीर को फायदे देने की जगह बहुत नुकसान पहुंचाता है। मिल्क पाउडर को लंबे समय (Preserve) तक इस्तेमाल करने योग्य बनाए रखने के लिए इसमें कई सारे केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है। मिल्क पाउडर बनाने के लिए कार्बन, प्रोटीन, पोटैशियम और नाइट्रोजन जैसे केमिकल का इस्तेमाल होता है। लंबे समय तक मिल्क पाउडर का सेवन करने से आपके शरीर में ऐसे फैट जमा हो जाते हैं, जिनसे निजात पाना बहुत मुश्किल होता है।
आइये जानते हैं मिल्क पाउडर का सेवन करने से शरीर को क्या नुकसान होते हैं:-
- कैल्शियम की कमी
मिल्क पाउडर के लगातार इस्तेमाल से शरीर में कैल्शियम की कमी हो सकती है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि पाउडर मिल्क में दूध के मुकाबले कैल्शियम की मात्रा कम होती है। वहीं अगर आप मिल्क पाउडर को ठीक से स्टोर न करें तो उसमें बैक्टीरिया पनपने का खतरा बहुत ज्यादा होता है। ताजे दूध में विटामिन बी5 और बी12 जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, लेकिन मिल्क पाउडर के साथ ऐसा नहीं होता। यही कारण है कि मिल्क पाउडर का इस्तेमाल करने वालों में कैल्शियम की कमी होती है।
- बढ़ जाता है मोटापा
जैसा की हमने आपको बताया कि पाउडर मिल्क का इस्तेमाल करने से आपके शरीर में अनचाहा फैट जमा होने लगता है। पाउडर मिल्क में आर्टिफिशियल चीनी होती है, जो शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। इससे आपके शरीर का वजन बढ़ता है। जिसे घटापना बहुत ही मुश्किल होता है।
- बढ़ जाता है डायबिटीज का खतरा
मिल्क पाउडर के लगातार इस्तेमाल से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। क्योंकि, मिल्क पाउडर में शुगर की ज्यादा मात्रा होती है। इसलिए आपको इस आर्टिफिशियल पाउडर के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
- हाई कोलेस्ट्रॉल
मिल्क पाउडर में शुगर के साथ ही कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी ज्यादा होती है। ताजा दूध कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है, पाउडर मिल्क के मुकाबले फ्रेश और नेचुरल दूध का सेवन ज्यादा हम सभी की सेहत के लिए ज्यादा सुरक्षित है।
- डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स
मिल्क पाउडर को दूध के मुकाबले पचने में ज्यादा समय लगता है। इसके साथ ही अगर मिल्क पाउडर और पानी का रेशो सही न हो तो पाउडर ठीक से घुलता नहीं है और इससे डाइजेशन से जुड़ी प्रॉब्लम आपको घेर सकती हैं।
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