जानें Menstrual Cup से जुड़े आम मिथकों की सच्चाई, पढ़िए अहम जानकारियां

मेंस्ट्रुअल कप से जुड़ी कई अहम जानकारियां।

मेंस्ट्रुअल कप से जुड़ी कई अहम जानकारियां।

Busting Most Common Myths About Menstrual Cups: आजकल के समय में लोग पीरियड्स (Periods) को बीमारी नहीं, बल्कि नेचुरल प्रोसेस समझने लगे हैं। अब पीरियड्स की जानकारी महज महिलाओं तक सीमित नहीं रह गई हैं। यही कारण है कि अब मार्केट में पीरियड्स के टाइम को इजी बनाने के लिए बहुत से प्रोडक्ट्स आने लग गए हैं। पहले के समय में महिलाएं कपड़े का इस्तेमाल किया करती थी, यह सेहत के लिहाज से बहुत खतरनाक साबित होता था। धीरे-धीरे वक्त के साथ पैड्स का इस्तेमाल बढ़ गया, जो कपड़े के मुकाबले कई गुना ज्यादा सेफ होता है। हालांकि, पैड्स के कारण बहुत सी महिलाओं को रैशेज जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में मार्केट के अंदर मेंस्ट्रुअल कप (Menstrual Cup) और टैम्पोन (Tampon) आदि बिकने लगे हैं। इन प्रोडक्ट्स को महिलाओं के लिए ज्यादा कनविनिएंट माना जाता है। इसमें सबसे नया प्रोडक्ट मेंस्ट्रुअल कप है। यही कारण है कि हर किसी के मन में इन्हें इस्तेमाल करने को लेकर कई सवाल होते हैं, आज के इस आर्टिकल में हम आपको उन्हीं सवालों के जवाब बताएंगे।

कितना सेफ है मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल

मॉडर्न होने के बाद भी बहुत सी लड़कियों को लगता है कि मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल उनके लिए सुरक्षित नहीं है, लेकिन आपको बता दें कि यह सबसे ज्यादा सुरक्षित है। इस कप का इस्तेमाल करने से आपको भविष्य में किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होने वाली है और न ही टॉयलेट जाते समय आपको इसे निकालने की जरूरत पड़ती है। मेंस्ट्रुअल कप को सभी मेडिकल टर्म्स को ध्यान में रखते हुए सिलिकॉन से तैयार किया जाता है, जिसे इस्तेमाल करना पूरी तरह से सुरक्षित है। मेंस्ट्रुअल कप का मटेरियल आपकी बॉडी टिश्यू के साथ रिएक्ट नहीं करता है। इसे किसी भी उम्र की लड़कियां या महिलाएं इस्तेमाल कर सकती हैं।

किस साइज और ब्रांड का मेंस्ट्रुअल कप चुनना चाहिए

बता दें कि बाजार में कई तरह के ब्रांड मौजूद हैं, जो अलग-अलग साइज के मेंस्ट्रुअल कप बनाते हैं। अगर विशेषज्ञों की मानें, तो आपको इस कप का सही साइज चुनने के लिए अलग ब्रांड्स के कप को इस्तेमाल करना होगा। अलग साइज के मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करने के बाद आप जिसमें सबसे ज्यादा कंफर्टेबल महसूस करें, उसे ही इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्या एब्डोमेन तक जा सकता है मेंस्ट्रुअल कप

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, “वेजाइना लगभग 15 से 16 सेंटीमीटर गहरी होती है। ऐसे में अगर आप इस कप को अंदर की तरफ पुश भी करेंगे, तो भी यह एब्डोमेन तक नहीं जा पाएगा। यही कारण है कि आप बेफिक्र होकर अपने पीरियड्स के दिनों को पैड्स फ्री बना सकती हैं। इसके साथ ही यह कप निकलते समय भी आपको कोई परेशानी नहीं होगी। कप को निकालते समय आपको बस खुद को शांत रखकर, अपनी बॉडी को रिलैक्स करने के बाद ही निकालना है।

कितने वक्त तक लगाकर रख सकते हैं मेंस्ट्रुअल कप

अगर ब्रांड्स के दावों पर ध्यान दिया जाए, तो उनके मुताबिक आप लगभग 12 घंटे तक इन्हें लगा कर रख सकती हैं। हालांकि, विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर आपने मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल करना शुरू किया है, तो 6 से 8 घंटों के बाद इसे बदलना जरूरी होता है। इसके अलावा यह आपके पीरियड (Periods) के फ्लो पर भी डिपेंड करता है। बता दें कि इस कप को लगाकर आप कोई खेलकूद से लेकर घर और ऑफिस के कामों तक, हर चीज बहुत आराम से कर सकती हैं।

Also Read: Menstrual Suppression: महिलाएं ही नहीं कम उम्र की लड़कियां भी अपना रही सप्रेशन मैथड, जानिए वजह



from Hindi News, India News, International, Haryana, Chhattsigarh, MP, Jokes, Career News | Hari Bhoomi https://ift.tt/R2QyivP
https://ift.tt/b3iY6wx
जानें Menstrual Cup से जुड़े आम मिथकों की सच्चाई, पढ़िए अहम जानकारियां जानें Menstrual Cup से जुड़े आम मिथकों की सच्चाई, पढ़िए अहम जानकारियां Reviewed by HealthTak on May 24, 2023 Rating: 5

No comments:

Powered by Blogger.